Monday, February 22, 2010
जंतर मंतर का ये हाल आजतक नहीं हुआ
रीतेश पुरोहित नई दिल्ली।। जब पूरी दुनिया गुरुवार से वर्ल्ड हेरिटेज वीक मना रही थी, उसी दौरान दिल्ली में करीब 250 साल पुराने जंतर-मंतर को नुकसान पहुंचाया जा रहा था। गुरुवार को किसानों की रैली में शामिल आए हजारों लोगों ने यहां लगे कुछ यंत्रों के ताले तोड़ दिए और पार्क को बुरी तरह गंदा कर दिया। इतना ही नहीं, यहां आए टूरिस्टों को भी परेशान किया। आर्कियेलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (एएसआई) के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि कनॉट प्लेस के आसपास पहले भी कई रैलियां हुई हैं, लेकिन ऐसा नजारा पहले कभी नहीं देखा। गुरुवार को जंतर-मंतर में मौजूद एक एएसआई अधिकारी ने बताया कि गुरुवार को सुबह 6:30 बजे से ही जंतर मंतर में लोगों का आना शुरू हो गया था। शुरुआत में हमें इस बात की उम्मीद ही नहीं थी कि यहां हजारों लोग इकट्ठा हो जाएंगे, लेकिन 8 बजे के बाद यह संख्या बढ़ने लगी। इन लोगों ने पार्क में बैठकर शराब पी। यहां लगे डस्टबिन, टूरिस्टों के बैठने की कुर्सियां, दरवाजों और फ्लड लाइटों को तोड़ दिया। कुछ यंत्रों में लगे ताले और कांच तोड़ दिए, पौधों को उखाड़ दिया। यहां लगे एक पेड़ को काटकर जला भी दिया। इतना ही नहीं, जंतर-मंतर परिसर में टॉयलेट भी की। उन्होंने बताया कि दिन में कुछ विदेशी और भारतीय टूरिस्ट भी यहां घूमने के लिए आए थे। इन लोगों ने उन पर भी भद्दे कॉमेंट किए और छेड़छाड़ भी की। एएसआई के सूत्रों का कहना है कि पहले तो हम लोगों ने ही इनसे इस तरह की हरकतें न करने की अपील की, लेकिन उन्होंने हमारी बात सुनने के बजाय हमें धमकाया। इसके बाद हमने पुलिस को फोन किया। दो-तीन पुलिसवाले आए। उन्होंने भी रैली में शामिल आए लोगों को पहले समझाने की कोशिश की, लेकिन जब वे नहीं माने तो चुपचाप वहां से चले गए। एएसआई सूत्रों का कहना है कि हमने इसके बाद पुलिस को दो-तीन बार और फोन लगाया, लेकिन कोई नहीं आया। शाम 4 बजे तक रैली में आए लोगों का उत्पात जारी रहा। इसके बाद बाहर जाने के लिए भी अपनी सहूलियत के लिए रैलिंग को तोड़कर बाहर गए। एएसआई अधिकारी का कहना है कि जहां-जहां रैलिंग तोड़ी गई थी, वहां हमने शुक्रवार को तार लगाकर टेंपरेरी इंतजाम किया है। अब पूरे परिसर में सुधार के लिए कई दिन लग जाएंगे। एएसआई के डिप्टी सुपरिंटेंडेंट आर्केलॉजिस्ट ए. के. पांडे ने इस घटना को बेहद शर्मनाक और अशोभनीय बताया है। उनका कहना है कि देश के लोगों को अपनी राष्ट्रीय धरोहर की रक्षा करना चाहिए। इस तरह की हरकतों से पूरे देश का नाम बदनाम होता है। एएसआई के एक अन्य अधिकारी का कहना है कि हमने गुरुवार शाम को कनॉट प्लेस थाने में इस बारे में शिकायत दर्ज करा दी है। हालांकि पुलिस ने इस बात से इनकार किया है। पुलिस का कहना है कि हमें न तो ऐसी कोई शिकायत मिली है और न ही कोई एफआईआर दर्ज की गई है। पूरे विश्व में 19-25 नवंबर तक वर्ल्ड हेरिटेज वीक मनाया जाता है। एएसआई ने गुरुवार को ही लालकिले में लोगों को ऐतिहासिक इमारतों के प्रति जागरूक बनाने के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया था।
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment