Sunday, May 2, 2010

मैप देखो, ड्रॉइंग देखो... दिल्ली की स्टोरी देखो

रीतेश पुरोहित

नई दिल्ली।। कॉमनवेल्थ गेम्स के दौरान दिल्ली के लोगों और टूरिस्टों को मैप्स, ड्रॉइंग, फोटो और लेखों के जरिए इस शहर के हजारों साल पुराने इतिहास से लेकर मास्टर प्लान 2021 तक इसके विकास की कहानी सुनाई जाएगी। दिल्ली अर्बन आर्ट्स कमिशन (डीयूएसी) इसके लिए तीन जगह दिल्ली की मैपिंग पर यह एग्जिबिशन लगाएगा। 27 सितंबर से शुरू होने वाली यह एग्जिबिशन गेम्स खत्म होने के एक हफ्ते बाद तक लगी रहेगी और इसमें एंट्री फ्री होगी। एग्जिबिशन में बताई जाने वाली सारी इन्फर्मेशन, मैपिंग और ड्राइंग को एक किताब में भी समेटा जा रहा है।
डीयूएसी चेयरमैन प्रफेसर के. टी. रविंद्रन ने बताया कि यह एग्जिबिशन मुख्य तौर पर दिल्ली के लोगों और यहां आने वालों के लिए लगाई जा रही है। दिल्ली बहुत बड़ा शहर है, लेकिन लोग कई जगहों के बारे में नहीं जानते। इसी वजह से गेम्स के दौरान दिल्ली से जुड़ी हर महत्वपूर्ण जानकारी देने के लिए हम लालकिला, डीयू (नॉर्थ कैंपस) और इंडियन हैबिटैट सेंटर में एग्जिबिशन लगा रहे हैं।
यह पहली बार है जब किसी एग्जिबिशन में दिल्ली के बारे में इतने विस्तार से बताया जाएगा और इतने सारे मैप, ड्रॉइंग्स और फोटो का यूज किया जाएगा। इसमें ऐसे कई दुर्लभ मैप, ड्रॉइंग्स और डॉक्यूमेंट्स होंगे, जिनके बारे में अब तक बहुत कम लोगों को पता होगा।
उन्होंने बताया कि इसके लिए हम पिछले साल से तैयारी कर रहे थे। केंद्र सरकार ने इस एग्जिबिशन के लिए हमें काफी सहयोग दिया। एएसआई, डीडीए, एमसीडी और दूसरे सरकारी विभागों ने कई महत्वपूर्ण सामग्री उपलब्ध कराई है।
डीयू और इंडिया हैबिटेट सेंटर में यह एग्जिबिशन लगाने की परमीशन मिल गई है और लालकिले के लिए भी हमें जल्द ही एएसआई से परमीशन मिलने की उम्मीद है। एग्जिबिशन हिंदी और इंग्लिश दोनों में होगी। इंग्लिश में मौजूद सामग्री का हिंदी में ट्रांसलेशन किया जाएगा।
रविंद्रन ने बताया कि गेम्स के एक हफ्ते पहले से लोगों का दिल्ली में पहुंचना शुरू हो जाएगा, इसलिए हमने इसकी शुरुआत के लिए यह वक्त चुना है। दिल्ली में ऐसे बहुत से लोग होंगे, जो गेम्स की तैयारियों में जुटे होंगे। ऐसे लोगों को ध्यान में रखते हुए ही एग्जिबिशन गेम्स खत्म होने के एक सप्ताह बाद तक चलेगी।
एग्जिबिशन में मौजूद सारी इन्फर्मेशन को एक साथ लाने के लिए हम हिंदी और इंग्लिश में एक किताब तैयार कर रहे हैं, जिसे इस कार्यक्रम के दौरान ही लॉन्च किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि यह एग्जिबिशन बहुत बड़े स्तर पर लगाई जाएगी, ऐसे में इसे हटाने में बहुत परेशानी आएगी। हम तो इसे स्थायी तौर पर लगाना चाहते हैं, लेकिन हमारे पास इसके लिए जगह नहीं है। अगर हमें डिपार्टमेंट या संस्था इसके लिए कोई स्थायी जगह उपलब्ध कराए, तो यह बहुत अच्छा कदम होगा।