Saturday, March 27, 2010

टेंशन फ्री होकर कर सकेंगे कुतुब की सैर

रीतेश पुरोहित / २१ मार्च २०१०


नई दिल्ली।। दुनियाभर से हजारों लोग हर रोज कुतुब मीनार देखने आते हैं, लेकिन यह देखकर  निराश हो जाते हैं कि इस वर्ल्ड हेरिटेज साइट पर टूरिस्टों के लिए बेसिक फैसिलिटीज का भी अभाव है। यहां कोई कैंटीन नहीं है, टॉइलेट ब्लॉक ठीक नहीं हैं और पार्किंग के लिए पर्याप्त जगह नहीं है। हालांकि अब आर्कियॉलजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (एएसआई) जल्द ही टूरिस्टों की इन शिकायतों को दूर करेगा। यहां एक नई कैंटीन खोलने के अलावा पार्किंग और टॉइलेट व्यवस्था को भी दुरुस्त करने की तैयारी है। उम्मीद है कि कॉमनवेल्थ गेम्स तक यह काम पूरा कर लिया जाएगा।

गुलाम वंश के शासक कुतुबुद्दीन ऐबक द्वारा बनाई गई यह मीनार न सिर्फ दिल्ली बल्कि भारत के सबसे पसंदीदा टूरिस्ट प्लेस में से एक है। 39 लाख टूरिस्टों की संख्या के साथ 2006 में यह भारत के सबसे ज्यादा देखे जाने वाले स्मारकों की लिस्ट में पहले नंबर पर थी। इस सबके बावजूद यहां टूरिस्ट पीने के पानी के लिए भी बाहर लगी रेहडि़यों पर ही डिपेंड हैं, जो यहां दोगुने रेट पर लोगों को पानी देते हैं।
इन रेहडि़यों का पानी कितना सेफ हैं, कोई नहीं जानता। खुद एएसआई अधिकारी भी इस बात को मानते हैं। उनका कहना है कि हमने आज तक नहीं देखा कि किसी एमसीडी के अधिकारी ने इन कियोस्क के पानी की जांच की हो। हमने इसके लिए कई बार एमसीडी के अधिकारियों से शिकायत भी की, लेकिन कुछ नहीं हुआ। लोग नाश्ते या खाने के लिए भी पास ही मौजूद ऐसी दुकानों और रेहडि़यों का रुख करते हैं।
हालांकि कुतुब कॉम्प्लेक्स में दो टॉइलेट्स हैं, लेकिन टिकट काउंटर के पास मौजूद टॉइलेट ब्लॉक बहुत छोटे हैं। कैंटीन के लिए एक जगह रिजर्व है, लेकिन यह हमेशा बंद रहती है। एएसआई अधिकारी ने बताया कि कुछ साल पहले इंडियन टूरिजम डिवेलपमेंट कॉर्पोरेशन (आईटीडीसी) ने यह टॉइलेट और कैंटीन बनवाई थीं। इस छोटी कैंटीन में इतनी जगह ही नहीं है कि वहां सारा खाने-पीने का सामान रखा जा सके या कुछ पकाया जा सके, इसलिए इस कैंटीन को खोला ही नहीं गया। हालांकि अब हम इस कैंटीन का स्पेस बढ़ाएंगे। इससे लोगों को अच्छे फूड आइटम्स मिल सकेंगे।
एएसआई के एक आला अधिकारी ने बताया कि कुतुब मीनार की पार्किंग में फिलहाल 50-60 गाड़ियों के लिए जगह है, लेकिन वीक एंड या छुट्टियों के दौरान भीड़ ज्यादा होने की स्थिति में गाड़ी पार्क करने की बहुत बड़ी समस्या पैदा हो जाती है।
ऐसे में इस पार्किंग स्पेस को बढ़ाया जाएगा। नई पार्किंग में टू-वीलर, कार, बस के लिए पार्किंग की जगह अलग-अलग होगी। विकलांगों के लिए अलग से व्यवस्था होगी। उन्होंने बताया कि पार्किंग और टॉइलेट्स बनाने के बारे में सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं। उम्मीद है कि जल्द ही यहां काम शुरू हो जाएगा।

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